मुलाकात कुछ शब्दो से, जिनको मिला कर बनी है कुछ मालाये जो सजाती है कभी मेरे विचारो के रुप को, सवाँरती है अर्थ को...
posted by Vikas Pundreek @ 12:35 PM 1 comments
beautiful.
Post a Comment
<< Home
View my complete profile
1 Comments:
beautiful.
Post a Comment
<< Home